रस क्या है? What is Rasa and How can one attain Rasa?
रस की प्राप्ति किस प्रकार कथक द्वारा हो सकती है आईए इस विषय पर गुरु पाली चन्द्रा जी से ये सुने, समझे और जाने कि रस को पाने के लिए किस प्रकार का अभ्यास आवश्यक है । गुरु का कहना है कि नृत्य में अपने दर्शकों तक अपनी बात पहूंचाने के लिए उनसे वार्तालाब करना भावों द्वारा कोई आसान काम नहीं । इसलिए इसकी जानकारी, समझ और अभ्यास करना आवश्यक है । अपने नृत्य के प्रदर्शन में अपनी दर्शकों को साथ लेकर चलना हर नृत्यांगना का परं धर्म है ।
तत्कार (पैरों का काम) - तीनताल - एगुन का व्याख्यान और उसका प्रदर्शन
गुरु वंदना प्रदर्शन व्याख्यान के साथ | कथक में गुरु वंदना श्लोक के महत्व को समझना|
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं - व्याख्यान प्रदर्शन सहित | Lecture Demonstration of Omkaram Bindu Samyuktam…
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं - शोलक और उसके मायने | Omkaram Bindu Samyuktam Sloka Meaning