पलट हस्तक - व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक की प्रारंभिक पाठ्य क्रम के लिए।
पलट शब्द पलटना से आता है । पलट का मतलब होता है घुमा देना । कथक में जब हम अपनी मुद्रा को अचानक घुमा देतें हैं और उसके साथ पैरों का भी इस्तामाल करते हैं तब इस मुद्रा को हम पलट कहते है । गुरु पाली चन्द्रा पलट के व्याख्यान अपने शिष्य और शिष्याओं को व्याख्यान सहीत पूर्णता से इस पाठ में समझा रहीं हैं ।
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं - शोलक और उसके मायने | Omkaram Bindu Samyuktam Sloka Meaning
तत्कार (तीनताल) - पैरों का काम - शिष्याओं के साथ रियाज़
चक्कर : पैरों का काम चक्कर लेते समय शिष्याओं के साथ । chakkars Demonstration Footwork
तत्कार (पैरों का काम) - तीनताल - दुगुन का व्याख्यान और प्रदर्शन
स्तिर हस्तक - हत्सक का व्याख्यान और कथक के व्याख्यान कथक के प्रारंभिक पाठ्य क्रम के लिए ।