समतल हस्तक व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक के प्रारंभिक स्तर के लिए ।
समतल हस्तक व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक के प्रारंभिक स्तर के लिए ।
समतल शब्द समान, बराबर या एक ही स्तर पर होने वाले अंग संचालन के बारे में है । इसमें दोनों दिशाओं पर हाथों को एक एक बार खींचकर दिखाना होता है । याद रहे दोनों ही दिशाओं में हाथों का बराबरी से एक ही स्तर पर खिंचा होना अनिवार्य है । समतल हमारे नृत्य प्रदर्शन में अक्सर इस्तमाल किया जाता है । कथक में नमस्कार की परिक्रिया भी समतल से ही शुरु होती है ।
चौगुन का प्रदर्शन और व्याख्यान - तत्कार (पैरों का काम) - तीनताल
पड़हन्त पैरों का संचालन, कथक प्रारंभिक स्तर के लिए
आलिंगन की आमद प्रदर्शन शिष्यों के साथ | Aalingan Ki Amad Demonstration with the Students
कथक की अंदाज़ में शरीर का व्यायाम रियाज़ के पहले और रियाज़ के बाद । कथक प्रारंभिक पाठ्यक्रम गुरु पाली चन्द्रा द्वारा ।
आमद प्रदर्शन शिष्यों के साथ | Amad Demonstration with the Students