सम प्रदर्शन कथक के प्रारंभिक पाठों के लिए
कथक क्या है ? कथक में घरानों का क्या महत्व है और भारत में कथक का इतिहास तथा उसकी विधियाँ किस प्रकार हुई ?
तत्कार (पैरों का काम) - तीनताल - दुगुन का व्याख्यान और प्रदर्शन
चक्कर लेते समय केंद्रीय धोरी की सही जगह: तकनीक
आलिंगन और अर्ध आलिंगन हस्त मुद्रा, उसका व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक के प्रारंभिक स्तर के लिए ।
चक्कर : हस्तक का प्रदर्शन शिष्याओं के साथ । Chakkars Demonstration with the Students Hastaks
आईये शामिल हों। इस पाठ्य क्रम का उद्देश्य यही है की हम आप तक गुरु पाली चंद्रा जी द्वारा परिकल्पित कथक का ज्ञान, जागरूगता, इतिहास और टेक्निक लेकर आये | और देखो
मॉडल पाठ हर वीडियो में गुरु पाली चंद्रा लखनऊ खराने की कुछ नई चीज़ें आपके साथ बाटेंगी | और देखो
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न यहाँ गुरु पाली चंद्रा ऑनलाइन कथक पाठ्य क्रम के ऊपर आधारित प्रश्नों के उत्तर दे रही है | और देखो
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