कथक का रियाज़ - तत्कार के शूरूवात के सात | तत्कार का इस्तमाल दिल के धड़कन को तेज़ करने के लिए।
गुरु पाली चन्द्रा अपने शिष्याओं के साथ तत्कार और हस्तक्स बराबर दुगुन और चोगुन में हमारे साथ प्रस्तुत करेंगी । क्यूंकि ये व्यायाम दिल की धड़कन को तेज़ करने के लिए करा जा रहा है इसलिए इसे हम वार्म अप एक्सरसाइज़ कहते है । ये अभ्यास बीस से तीस मिनिट तक होना आवश्यक है । यदि इस से कम समय में इसे पूर्ण किया गया तो धड़कन का साँसों से ताल्लुक बिगड सकता है । शरीर का सुंदर अंग बनाने के लिए एक अच्छा वार्म अप आवश्यक है ।
परिभाषा और नोटेशन - आलिंगन की आमद | Aalingan Ki Amad Definition and notation
पलट हस्तक - व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक की प्रारंभिक पाठ्य क्रम के लिए।
गुरु वंदना शोलक और उसके मायने
तीन प्रकार के चक्कर | Three Different types of Chakkars
आलिंगन की आमद व्याख्यान और प्रदर्शन | Aalingan Ki Amad Explanation and Demonstration