चाल प्रदर्शन - शिश्या के साथ
हस्तक या हस्त संझालन : व्याख्यान और उसकी महत्वता कथक के प्रारंभिक पाठों के लिए ।
कथक का मार्ग दर्शन घुंघरुओं को सही तरीके से कैसे बांधे
कथक की शुरुवात शरीर के व्यायाम से करना आवश्यक है । वार्म अप और कूल डाउन के महत्व को समझना अनिवार्य है ।
सम प्रदर्शन कथक के प्रारंभिक पाठों के लिए
तत्कार (पैरों का काम) - तीनताल - एगुन का व्याख्यान और उसका प्रदर्शन
आईये शामिल हों। इस पाठ्य क्रम का उद्देश्य यही है की हम आप तक गुरु पाली चंद्रा जी द्वारा परिकल्पित कथक का ज्ञान, जागरूगता, इतिहास और टेक्निक लेकर आये | और देखो
मॉडल पाठ हर वीडियो में गुरु पाली चंद्रा लखनऊ खराने की कुछ नई चीज़ें आपके साथ बाटेंगी | और देखो
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न यहाँ गुरु पाली चंद्रा ऑनलाइन कथक पाठ्य क्रम के ऊपर आधारित प्रश्नों के उत्तर दे रही है | और देखो
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