उत्पति हस्तक उसका व्याख्यान और उसकी महत्वपूर्णताकथक के प्रारंभिक पाठ्यों के लिए ।
उत्पति शब्द का अर्थ है शुरुवात। किसी भी चिज़ की शुरुवात करना, वो जगह जहां से चीज़ें शुरु होती है । गुरु का कहना है कि शुरुवात हमारी घर से होती है । तो जहां भी हमारी हाथ जायें उसे घर वापस आना चाहिए । और ये घर है वह जगह जिसे हम कथक में उत्पत्ति कहते है ।
तीन प्रकार के चक्कर | Three Different types of Chakkars
व्याप्ति हस्तक उसकी महत्वपूर्णता व्याख्यान और कथक में इस्तमाल प्रारंभिक पाठ्यक्रम के लिए ।
गुरु वंदना व्याख्यान क्रम से (पाठ २) | कथक में गुरु वंदना श्लोक का विस्तृत विवरण |
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं - व्याख्यान प्रदर्शन सहित | Lecture Demonstration of Omkaram Bindu Samyuktam…
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं प्रदर्शन संगीत के साथ | Showcasing Omkara Shloka ‘Omkaram Bindu Samyuktam’ in Kathak